Address: | Ghaziabad, Uttar Pradesh, 201002 |
महोदय,
मेरा नाम शिव किशोर गौड़ हैं | मैं अभी राजनगर एक्सटेंशन स्तिथ अजनारा इंटीग्रिटी में
'जी -008 ' में अपने परिवार सहित जिसमे दो छोटे बच्चे भी हैं, रहता हूँ | मैंने अपनी यह प्रॉपर्टी सन २००९ मैं अजनारा में बुक करायी थी और जो हमे २०१३ में रहने के लिए दी गयी थी | जैसा की आप भी जानते होंगे की एक नौकरी करने वाले को फ्लैट खरीदने में कितनी मेहनत लगती हैं... उधार पैसा लिया, बैंक से लोन किया... रोजमर्रा के बहुत सारे कोम्प्रोमाईज़ किये तब कही जाकर मैं अपना सपनो का मकान ले पाया.
समस्या यह हैं श्रीमान जब हमने अपनी प्रॉपर्टी बुक की थी तब हमारा फ्लैट दिए हुए मैप के हिसाब से कार्नर, ग्राउंड में और बिलकुल लास्ट में पड़ता था. मतलब मेरे घर के सामने एक 7-8 फ़ीट की ग्रीन बेल्ट फिर 25 -30 फ़ीट की सड़क और सामने सोसाइटी की लास्ट दिवार | यह सोचकर मैंने फ्लैट वहा लिया था की पीछे की तरफ फ्लैट हैं तो ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं होगी, जिंदगी सुकून से कटेगी |
लेकिन जब मैं 2013 मैं अपने घर में रहना सुरु किया तब धीरे धीरे पता चला की अजनारा ने फेज-२ मैं अपना फ्लैट बनाने का काम सुरु कर दिया हैं. सामने की दिवार गिरा दी गयी और सुरु हो गया सुबह 8:30 से रात्रि 12, 1, 2, बजे तक चलने वाले निर्माण कार्य मैं लगी बड़ी बड़ी मशीनो का शोर और धुल का आना. अब क्योकि सामने फेज २ का निर्माण हो रहा हैं, उस से होने वाली परेशानी से हम लोग काफी समय से जूझ रहे हैं बल्कि काफी समय तक झूझना भी होगा जब तक वह बनकर पूरा तयार नहीं हो जाता.
जो सड़क मेरे फ्लैट के सामने थी उस सड़क को मुख्य सड़क बना दिया यानि किसी को भी सोसाइटी में आना जाना हैं तो उसी सड़क से जायेगा. अब सुबह से रात्रि तक जो भी आएगा या जायेगा वो उसी सड़क से हॉर्न बजता हुआ, म्यूजिक चलता हुआ... कुल मिलकर मानसिक परेशानी | मेरे फ्लैट के लगभग सामने ही एक टर्न भी बनाया गया हैं जिस वजह से वहा से गुजरने वाले सभी वहां हॉर्न बजा कर ही गुजरते हैं. आप लोग सोच सकते हैं कि देर रात बजते हॉर्न की वजह से बच्चे व् मेरा परिवार सही से सो नहीं पाता |
• अब सोसाइटी में किसी से कुछ कहो तो वो नहीं सुनाता |
• डवलपर्स के नुमाईंदों से कुछ कहो तो वो नहीं सुनते |
• मेंटेनेंस डिपार्टमेंट से कहो तो वो कहते हैं की हम क्या कर सकते हैं |
• लड़ाई करो तो लोकल गुंडों का डर |
और जो ग्रीन बेल्ट मेरे घर के सामने दो थी उसे हटा कर open पार्किंग के लिए जगह मार्क कर दी हैं | अब वह हर समय कार, स्कूटर, ट्रेक्टर, कबाड़ी वाले का ऑटो, गैस सिलिंडर उतरने वाले का ऑटो कुछ ना कुछ हमेशा खड़े रहते हों | फ्लैट की ग्रिल और वहा खड़ी होने वाली गाडिओं के बोनट में स्पेस केवल २ फ़ीट हैं | जबकि मेरे दो बैडरूम से यह दुरी सिर्फ 5 फ़ीट हैं | जो की क़ानूनी तोर पर भी सही नहीं हैं |
क्या आप लोगो को नहीं लगता कि यह 5 फ़ीट का फासला बहुत ही कम हैं. रात में उस जगह कोई भी कार आती हैं तो उसके इंजन के आवाज, उसकी हेड लाइट कि रौशनी सीधी मेरे बैडरूम में आती हों जिससे बार बार बच्चो की नींद खुलती हैं, उसके आटोमेटिक कार लॉक में होने वाली आवाज और उसके कार बैक करने पर बजने वाले हॉर्न कि आवाज |
अजनारा इंटीग्रिटी में बने सभी मकानो में बेडरूम की दीवारो में कांच के स्लाइडर दिए हैं. देर रात आने वाली गाड़ी के लोग गलत इरादे से मेरे घर के अंदर झांकते हैं. इससे मेरे घर कि सिक्योरिटी और पारिवारिक सम्बन्धो पर भी असर पड़ रहा हैं और मुझे अपने ही घर में छिप कर रहना पड़ रहा हैं.
मेरे घर के सामने पार्किंग कि समस्या मेरे लिए सबसे बड़ी समस्या हैं | श्री मान जी मैं बहुत सहने और परेशानी झेलने के बाद आपको बहुत आशा और विश्वास के साथ यह लिख रहा हूँ | क्योकि न मैं इस मकान को बेच सकता हूँ क्यों लोन अभी चुकाना हैं और ना दूसरा खरीद सकता हूँ.
आपसे सनिवेदन यह अनुरोध हैं कि कृपया मेरी इन परेशानी का समाधान कराये | मुझे कानून पर पूरा भरोसा हैं | आप इन्साफ करके दिखा दे की बिल्डर की मनमानी नहीं चल सकती चाहे वो कोई भी हो |
समस्याएं
१. मेरे फ्लैट के सामने पार्किंग की समस्या |
२. मेरे फ्लैट के सामने ग्रीन बेल्ट नहीं हैं जभी सोसाइटी में लगभग सभी फ्लैट के सामने ग्रीन बेल्ट हैं |
सलग्न:
१. पुराना मैप २. नया मैप ३. खड़ी हुई गाड़ियों की तस्वीर
आभार सहित,
शिव किशोर गौड़
'जी -008, अजनारा इंटीग्रिटी
राजनगर एक्सटेंशन, गाजियाबाद
फ़ोन: [protected]
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