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यह बताते हुए बहोत खेद हो रहा हे की तलवलकर जैसी ब्रांड के जिम में बहोत सारी कमी/परेशानिया हे।
आपके जिम में नए क्लाइंट के लिए सिस्टम होना चाहिए, नए क्लाइंट का कार्ड बनके उसके मुताबिक ट्रेनर गाइड करेगा, क्लाइंट प्रॉपरली एक्सरसाइज कर रहा हे या नहीं उसपे ट्रेनर का ध्यान होना चाहिए, मगर यहा तो ऐसी कोई सिस्टम हे ही नहीं, क्लाइंट बेचारा अपने हिसाब से एक्सरसाइज करता हे, सही करे या गलत ये उसके नसीब पे निर्भर करता हे, मेरे कार्ड में लिखावट भी इतनी गन्दी हे की समज में नहीं आता हे की क्या लिखा हे।
मेरा कार्ड बनके तीन महीने हो गए हे मगर वोही कार्ड अभी तक कंटिन्यू हे, कार्ड में बदलाव कब करना हे? क्या क्या बदलाव करना हे? ये सब देखने की जिम्मेदारी मैनेजमेंट की हे मगर यहाँ पे मैनेजमेंट की तो धज्जिया उडी हुई हे। मैनेजर का ही ठिकाना नहीं हे तो मैनेजमेंट कैसे प्रॉपर रहेगा? न मैनेजर को कुछ पड़ी हे न ट्रेनर्स को, भगवान् भरोसे चल रहा हे ये जिम।
१) जिम के ट्रेनर्स अपने आप को मालिक समझते हे। तीन चार ट्रेनर को छोड़ के बाकि सब के सब गुमान में रहते हे जैसे की ये जिम उसके बाप का हे। ट्रेनर का वर्तन ऐसा होना चाहिए की ज्यादा से ज्यादा नए लोग जुड़े इस जिम में। मगर ये लोग तो अभिमान से भरे हे और क्लाइंट को गिनते भी नहीं हे। क्लाइंट को पता भी नहीं चलता हे की कोन ट्रेनर हे और कोन क्लाइंट ? ट्रेनर्स एक जगह पे इकठ्ठा होके हसी मजाक करते रहते हे। साफ़ सफाई वाली औरत के साथ दादर पे जमावड़ा करके क्लाइंट को परेशानी हो ऐसे जोर जोर से हसी मजाक करके आवाज करते हे और फिजूल में टाइम बर्बाद करते हे।
जिम में इतने सारे ट्रेनर रख से कोई फायदा नहीं हे, जिम का रूपया बर्बाद हो रहा हे। इतने सारे ट्रेनर हे तो किसी भी क्लाइंट को परेशानी नहीं होनी चाहिए, ट्रेनर की नजर क्लाइंट पे होनी चाहिए, किसी क्लाइंट को कुछ भी जरुरत हे तो ट्रेनर को पता चल जाना चाहिए मगर यहाँ का हाल तो ये हे की ट्रेनर होते ही नहीं हे यहा पे।
लोअर बॉडी / कार्डिओ वाले सेक्शन में जब क्लाइंट को जरुरत होती हे तब क्लाइंट को ट्रेनर को ढूंढने जाना पड़ता हे, अपर बॉडी / वेट लिफ्टिंग वाले सेक्शन में भी ट्रेनर्स सिर्फ पर्सनल ट्रेनिंग वाले क्लाइंट पे ही फोकस करते हे। जब जहा जरुरत होती हे तब ट्रेनर्स दीखते ही नहीं हे। दादर पे यातो पेंट्री में यातो रिसेप्शन पे बैठे रहते हे।
२) जिम की मैनेजर का व्यक्तित्व जाजरमान और शरीर सुडोल/चुस्त दुरस्त होना चाहिए, मगर उनमे ये दोनों उपलब्धिया नहीं हे, उनका का रवैया भी ठीक नहीं हे। उटपटांग कपडे पहन के बैठी रहती हे।जिम में क्या चल रहा हे उसे पता ही नहीं हे यातो पता होते हुए भी उसे कुछ पड़ी नहीं हे।
३) काफी सारे क्लाइंट भी ऐसे हे की वो भी इस जिम को अपनी जागीर समझते हे, जोर जोर से हसी मजाक करना, कही पर भी उटपटांग स्थिति में बैठे रहना, इक्कठा होके टाइम वेस्ट करना, इस वजह से एक ही समय पे जरुरत से ज्यादा क्लाइंट इक्कठा हो जाते हे जिस से काफी सारी कठिनाइया होती हे, मगर मैनेजर को या ट्रेनर को ये सब नहीं दीखता हे, उन्हें ये सब परेशानियों को नियंत्रण करना चाहिए ताकि क्लाइंट्स को तकलीफ न झेलनी पड़े। मगर किसीको कुछ पड़ी नहीं हे। सबको सिर्फ सेलेरी से मतलब हे, किसीको भी अपने कर्तव्य का पालन नहीं करना हे, " भाड़ में जाये जनता - अपना काम बनता " वाली स्थिति हे यहा पे।
४) ऑडियो सिस्टम में गाना बजाने में भी ट्रेनर्स की मनमानी चलती हे, उनको सिर्फ अपनी पसंद के गाने बजाने हे, यातो अपने चहिते क्लाइंट के मोबाइल से गाना बजाना हे, फिर वो गाना दुसरो को कितना सिरदर्द देता हे उसकी किसीको पड़ी नहीं हे, एक ही प्रकार के गाने बजते रहते हे, रिपीट गाने बजते रहते हे, मैनेजर को इतना तो ज्ञान होना चाहिए की जिम में किस प्रकार के संगीत बजने चाहिए? कैसे कैसे लोगो को नियुक्त किया हे तलवलकर में?
५) रिसेप्टनिस्ट का भी अनुभव ख़राब ही रहा। वो हमेशा व्यस्त होती थी मगर जिम के काम के लिए उसके पास वक़्त ही नहीं होता हे, भगवान जाने किस काम में व्यस्त होती थी? रिसेप्टनिस्ट को मेने फीस पेइड की उसके १० - १५ दिन तक मुझे रसीद नहीं मिली, रोज पूछने पर वो बोलती थी के मुझे पता नहीं हे, ऑटो बार लोक के लिए मेरे फिंगर प्रिंट भी नहीं लिए थे, कितने दिनों तक मुझे किसी और की राह देखनी पड़ती थी फिंगर लोक खोलने के लिए, कोई पुराना क्लाइंट खोलता था उसके साथ मुझे घुसना पड़ता था, यातो अंदर का बटन दबाके गलत तरीके से मुझे अंदर भेजती थी,
अंदर जाके जब कोई भी ट्रेनर होता नहीं था तो में वापस रिशेपनिस्ट के पास आके बोलता था की अंदर कोई नहीं हे, मुझे कौन गाइड करेगा? वो बोलती थी आप अंदर जाओ में इंटरकॉम से बोलके भेजती हू, अंदर जाके देखता हु तो कोई नहीं आया हे तो में वापस रिशेपनिस्ट को जाके बोलता हु और वो वापस वोही प्रक्रिया दोहराती थी तब जाके कोई ट्रेनर आता था,
कोई भी ट्रेनर पांच मिनिट से ज्यादा एक जगह पे टिकता नहीं हे
मेरे जोइनिंग के हप्ते दस दिन तक ये ही सिलसिला चलता रहा, तब मेने मैनेजर को कम्प्लेन की थी, उस दिन मैनेजर ने ट्रेनर को ऊपर से निचे बुलवाया था, दो चार दिन बाद वापस वोही सिलसिला चालू हो गया था, में खुद ही ट्रेनर को ढूंढ ने जाता था, उसे निचे लेके आता था, मैनेजर का रुतबा ही नहीं हे, कोई ट्रेनर उसके नियंत्रण में ही नहीं हे।
कुल मिलाके ट्रेनर्स ( तीन चार ट्रेनर के अलावा ) और मैनेजर जिम में सिर्फ टाइम पास करने आते हे। किसीको भी अपने कर्तव्य का अहसास नहीं हे। जिम के मालिक का रूपया बर्बाद हो रहा हे और नाम भी खराब हो रहा हे।
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