Address: | Q No C1, Aurum city Navegaon Balaghat | Website: | cbse.com |
सीबीएसई द्वारा ऑफलाइन परीक्षा
ली जाती है तो सीबीएसई के साथ साथ स्कूलों का रिजल्ट भी ख़राब होगा.
सत्र 2019-20 में कोरोना महामारी के कारण विद्यार्थियों को ऑनलाइन टीचिंग दी गयी. अनेको स्कूलों में ऑनलाइन टीचिंग के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं होने के बावजूद टीचर्स ने अपने मोबाइल से ऑनलाइन टीचिंग में बहुत मेहनत किया. किन्तु ऑनलाइन टीचिंग में बहुत ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ा.
(1) लाखो गरीब पलकों के
बच्चो के पास कई महीनो तक मोबाइल / लैपटॉप मौजूद नहीं था . जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पायी
(2) ऐसा भी देखा गया कि दूरदराज के ग्रामीण छेत्रो में नेटवर्क की समस्या से लाखो बच्चे नियमित रूप से पढ़ाई नहीं कर सके .नेटवर्क समस्या के साथ मोबाइल डाटा की भी समस्या रही, क्योंकि 3 पीरियड के बाद डाटा ख़त्म हो जाता था,
बच्चे सभी पीरियड अटेंड नहीं कर पाते थे
(3) टीचर्स द्वारा बच्चो को पूछा जाता रहा कि आज की क्लास में क्यों अनुपस्थित थे तो बच्चो ने बयाया कि वे 2 भाई बहन है, उनके पालक के पास 1 ही मोबाइल है.दोनों अलग अलग क्लास में पढ़ते है, कभी 1 क्लास अटेंड करता है तो दूसरा नहीं.
यदि 12वी क्लास की ऑफलाइन एग्जाम ली जाती है तो निश्चित ही सीबीएसई के साथ साथ स्कूलो का रिजल्ट्स भी ख़राब होगा.अतः 10 वी क्लास के जैसे ही 12 वी क्लास का एग्जाम कैंसिल कर इंटरनल असेसमेंट के आधार पे रिजल्ट घोषित करना बेहतर उपाय सिद्ध होगा, Was this information helpful? |
Post your Comment