महोदय,
बहुत ही अफसोस के साथ टाटा जैसे कंपनी से अविश्वास हो रहा हैं, टाटा प्रोडेक्ट और सर्विस के मामलों में अग्रणी रहा हैं किंतु अब आपके नियंत्रण सर्विस प्रोवाइडर व टेंक्नीशियन पर धीरे धीरे खत्म होता जा रहा हैं। क्या आने वाले दशक में टाटा अपना विश्वास बाजार से खो चुका होगा, निश्चित ही शुरुआत में बातो को नज़र अंदाज करना और एक ग्राहक को तुच्छ समझना मीडिया के जमाने में भारी पड़ जाता है।
मैंने टाटा स्वच्छ आरो के लिए आपके सर्विस प्रोवाइडर, टेंक्नीशियन को बुलाया, उसने आरो का डिस्प्ले बदला 550/ रूपये लिए, दो तीन दिन में पुनः शिकायत आने पर, टेंक्नीशियन आया डिस्प्ले खराब होना बताया, सात दिन में बदलने व ACMC RENEW कराने बताया और 5000/रूपये का रसीद भी काटा, पैसा लिया, चला गया, अब लगभग 45-60 दिन हो गये फोन उठाना, जवाब देना बंद कर दिया, मैसेज भी किया, कोई जवाब नहीं आया।
अंततः मैने 14जून 2019 को कंस्टमर केयर में उपरोक्त सभी बाते बताई, दो दिनों के भीतर टेंक्नीशियन आने को कहा किंतु आज दिनांक तक कोई फोन तक नहीं आया, हांलाकि मैं लगभग 8-10 बार कंस्टमर केयर में बात किया, रटा हुआ जवाब मिला। हां एक जालसाज़ी का पता चला, ACMC के नाम पर सर्विस प्रोवाईडर 4500/ रूपये की जगह 5000/ लिए, इसकी भी शिकायत किया पर अब तक कोई फायदा नहीं हुआ।
धन्यवाद टाटा,
मैं सलाह लेकर पुलिस में सर्विस प्रोवाइडर के साथ साथ टाटा पर भी FIR करने का उपाय सर्च कर रहा हूँ जिससे टाटा सर्विस प्रोवाइडर पर नियंत्रण रखे। अपने बदनामी के कारण नियंत्रण रखना टाटा का कर्तव्य होगा।
सधन्यवाद
मनोज तिवारी
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