KNO No[protected] की अंकेक्षण वसूली के बारे में निवेदन हैं कि अंकेक्षक ने निगम के जिस मीटर No.7993902 को ख़राब मान कर अंकेक्षण वसूली निकाली हैं क्या वो मीटर खराब होने के सत्यापन हेतु अंकेक्षक को उपलब्ध करवाया गया था, क्या निगम जरूरत पड़ने पर आज भी उस मीटर को बतौर सबूत के प्रस्तुत कर सकती हैं, निगम ने ख़राब मीटर लगाया ही क्यों था, और यदि लगाने के बाद ख़राब हुआ था तो इतने लम्बे अन्तराल तक उस ख़राब मीटर लगे ही क्यों रहने दिया, जबकि पहले पठन पर ही पता लग गया था कि मीटर ख़राब हैं। मैंने इस आशय का अभ्यावेदन भी निगम को दिया था, मगर मौखिक ही बताया गया था कि मीटर उपलब्ध नहीं हैं।श्रीमानजी इस पूरे प्रकरण में अजमेर विद्युत वितरण मौलासर ही दोषी हैं, कोई कंज्यूमर कतई नहीं हैं तो फिर अजमेर विद्युत वितरण मौलासर के अधिकारियों ओर कर्मचारियों की लापरवाही और कर्तव्य के प्रति उदासीनता का खामियाजा एक कंज्यूमर क्यों भुगते।कृपया इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच करवा कर अपने एक कंज्यूमर के हितों कि रक्षा करें।
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