विषय:अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर (मौलासर)नागौर राजस्थान द्वारा मेरे बिजली बिल नम्बर [protected] में गलत आधार पर अंकेक्षण पेरा के नाम से वसूली 12575/=गयी रकम का पुनर्भरण हेतु अभ्यावेदन।
सन्दर्भ: अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर (मौलासर)नागौर, राजस्थान के kno[protected] के बिल क्रमांक [protected]
मान्यवर,
सादर नम्र निवेदन हैं कि मेरे घर पर अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर से एक घरेलू कनेक्सन लिया हुआ हैं जिसका kno नं[protected] हैं, जिसके विगत माह के बिल नम्बर [protected] में अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर (मौलासर)नागौर, राजस्थान ने अंकेक्षण वसूली के नाम से 12575/= की राशि जोड़ कर भेज दी हैं, जो कि पूर्णतया अनुचित हैं, क्यों कि
(1) अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.मौलासर नागौर (राजस्थान) ने एक लम्बे अन्तराल से kno no[protected] के पिछले बिलों में मीटर स्टेटस (D यानि defective) दर्शा कर औषत इकाइयों के उपभोग का शुल्क वसूला हैं और तत्काल मीटर बदला नहीं और इसी के कारण कोई अंकेक्षण पेरा बना हैं तो इसके लिए उपभोक्ता दोषी नहीं प्रत्यक्ष रूप से अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर (मौलासर)नागौर, राजस्थान के अधिकार कर्मचारी दोषी हैं जिसका खामियाजा कोई उपभोक्ता क्यों भुगते सो मेरे से वसूली गए 12575/= की राशि का पुनर्भरण करवाया जाए।
(2) अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर (मौलासर)नागौर, राजस्थान ने जिस अवधि में
अपने मीटर नम्बर 79939002 को बंद (खराब) मान कर अंकेक्षण वसूली हैं वास्तव में उस अवधि में
मीटर बंद नहीं हो कर गलत मीटर पठन हैं जो कि निगम ही के कर्मचारियों ने लिया हैं, और अपनी
गलती छिपाने के मकसद से पुराना मीटर नम्बर 79939002 बदल दिया था। जिसके लिए भी
निगम ही के अधिकारी और कर्मचारी प्रत्यक्ष रूप उत्तरदायी हैं न कि निगम का उपभोक्ता कतई नहीं।
सो मेरे से वसूली गए 12575/= की राशि का पुनर्भरण करवाया जाए।
(3) अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर (मौलासर) नागौर, राजस्थान ने अव्वल तो ख़राब मीटर लगाया ही क्यों, अगर मीटर बाद में बंद हुआ था तो जिस पठन में मीटर स्टेटस (D यानि defective) दिखा कर न्यूनतम इकाइयों के उपभोग का चार्ज वसूला तब ही मीटर बदलना था यह निगम की जिम्मेदारी थी फिर निगन ने इतने समय अन्तराल तक अपने खराब मीटर को बदला क्यों नहीं, इसके लिए भी निगम ही उत्तरदायी हैं, उपभोक्ता नहीं। सो मेरे से वसूली गए 12575/= की राशि का पुनर्भरण करवाया जाए।
(4)अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर (मौलासर)नागौर, राजस्थान ने अपने जिस खराब मीटर नम्बर 79939002 को आधार मान कर अंकेक्षण वसूली की हैं वो मीटर निगम आज बतौर सबूत के पेश नहीं कर सकती हैं, जो कि सबूत मिटा कर अपने कृत्य छिपाने की श्रेणी में आता हैं जो अपने आप में निगम के अधिकारीयों कर्मचारियों की कर्तव्यो के प्रति उदासीनता और लापरवाही का एक अकाट्य प्रमाण हैं।
() श्रीमानजी इस प्रकार अजमेर विद्युत वितरण निगम लि.अजमेर (मौलासर) नागौर, राजस्थान अपने अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही और कर्मचारियों की कर्तव्यों के प्रति उदासीनता का खामियाजा एक उपभोक्ता क्यों भुगते सो कृपा कर मुझसे गलत आधार पर अंकेक्षण पेरा के नाम से वसूली 12575/=गयी रकम का पुनर्भरण करवाने की व्यवस्था करवावें।
दामोदर प्रसाद जांगिड
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