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सेवा में,
सी एम् डी,
इलाहबाद बैंक, नेता जी सुभाष रोड कोलकाता
विषय- मेरे पति श्री दूध नाथ त्यागी के द्वारा अवैध विवाह करने तथा मेरी 61 वर्ष की वृद्धावस्था में मुझे घर से बाहर निकालने के लिए हत्या की धमकी दिए जाने समबन्ध में प्रार्थना पत्र.
महोदय,
विनम्र निवेदन के साथ आग्रह है कि प्रार्थिनी श्री दूधनाथ त्यागी की विवाहिता पत्नी है. मेरे पति श्री दूध नाथ त्यागी जो कि इलाहबाद बैंक की शाखा अलीगंज से अक्तूबर 2017 से प्रबंधक के पद से सेवानिवृत्त हुए है, ने आशा लता नाम की एक महिला जो कि स्व0 निर्मल प्रसाद की विधवा है, के साथ अवैध रूप से विवाह कर लिया है और आशा लता और उसके भाई दिनेश, पिता शोभाराम निवासी ग्राम कहरा सुलेमपुर, थाना हंसवर, तहसील आलापुर जनपद अम्बेडकरनगर (उ०प्र०)के साथ मिल कर मुझे लगातार धमकी दे रहे है, अक्सर इन लोंगो के साथ मेरे घर एच 313 इन्द्रलोक कालोनी, कृष्णा नगर, लखनऊ आते है, और गाली गलौज करते है तथा मुझे जान से मार देने की फ़िराक में हैं. यहाँ मै अकेले रहती हूँ, अक्सर घरेलू सामान लाने के लिए जाते समय मुझे डर बना रहता है.
महोदय मेरे पति ने उल्टा मेरे उपर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी लखनऊ, एस.पी. लखनऊ, एस.एच.ओ कृष्णा नगर को पत्र लिखा है कि मैंने उनके मकान पर कब्जा कर रखा है, कहते है कि मैंने तुमको पंद्रह साल पहले छोड़ दिया है, जब मेरे पति 2006 में बंगलौर चले गए मैंने अपने बेटी बेटों की देखभाल की और अपने स्त्री धन से और गहने आदि से तथा मेरे बेटों ने इस मकान की फिनिशिंग कराई. इस तरह की कोई बात मेरे मन मस्तिष्क में नहीं थी कि मेरे पति मुझे 61 साल की अवस्था में मुझे छोड़ देंगे और ऐसा व्यवहार करेंगे. मैं न तो पढ़ी लिखी हूँ और न हीं कोई रोजी-रोजगार कर सकती हूँ. मैंने अपने घर के एक हिस्से को किराये पर दे रक्खा है जिससे मेरा जीवन चलता है.अब ऐसी दशा में मैं किसी तरह के मुकदमे के खर्च दे पाने की स्थिति में नहीं हूँ. मेरे बेटों ने मेरे पति का विरोध किया था, लेकिन मेरे पति के द्वारा मेरे बेटों के कार्यालय में कई आरोप लगाकर पत्र देने के कारण और अपनी समस्त संपत्ति से बेदखल कर देने की धमकी के कारण वे भी मेरा साथ नहीं दे रहे है.
आशालता जो कि आशा त्यागी बनकर इनके साथ श्री अवधेश सिंह के मकान सी 27 सेक्टर पी अलीगंज लखनऊ में किराये पर रहती है, कहती है कि मकान खाली कर दो नहीं तो अपनी बेटियों के द्वारा बलात्कार अपहरण आदि का आरोप लगाकर तुम्हारे बेटों को जेल भेजवा दूंगी. महोदय इस औरत ने मेरे जिन्दा रहते मेरे पति की पेंशन में अपना नाम दर्ज करवा लिया है, जिसे मेरे पति ने स्वयं स्वीकार किया है. उक्त कृत्य आपराधिक है किन्तु कोई कार्यवाही नहीं हो रही है.मुझे पूर्व पत्नी कहते हैं. बाल्यावस्था 14 वर्ष की उम्र से पत्नी के रूप में इनके साथ रही, इनके चार बच्चों को जन्म दिया, उनका पालन पोषण किया. विवाह के प्रारम्भिक वर्षो में मेरे माता पिता ने इनकी कई तरह से आर्थिक मदद की, मैंने स्वयं मेहनत मजदूरी करके बच्चो का भरण पोषण किया जिससे मेरे पति पढ़ कर नौकरी प्राप्त कर सकें. लेकिन मेरे पति और आशालता मिलकर मेरी ह्त्या कर देना चाहते हैं जिससे आशालता को पत्नी दिखा सके और समस्त संपत्ति पर काबिज हो सके.उक्त परिस्थितियों में यदि मेरी ह्त्या या मृत्यु हो सकती है कृपया मेरी मदद करने की कृपा करें. प्रार्थिनी
दिनांक 08/2019 आरती देवी पत्नी श्री दूध नाथ त्यागी
श्री डी एन त्यागी के द्वारा स्वयं की राईटिंग में एच-13 इन्द्रलोक कॉलोनी कृष्णा नगर, लखनऊ
दिए गए पत्रों की प्रति संलग्न मोबाइल न० [protected]; [protected]
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