आज मै काश्मिरी गेट से दोसो 61 नंबर के गाडी मे मै मेरे बेटी और बेटे के साथ मे बैठा तो कंडक्टर साहब मोबाईल पे बाते करते थे उन्होने कहा जाना पूछा नही कितने टिकिट चाहिये पूछा नही मोबाईल पे बाते करते रहे मैने पचास रुपये की नोट आगे करते है उन्होने एक तिकीट दे दिया और बेटी को रेड कलर का टिकीट दे दिया आज का मेरा एसटी मे पहिला सफर था मै महाराष्ट्र का हो और मै यहा घुमने आया था कंडक्टर साहब के मोबाईल की बाते खत्म भी नही हुई उशी दौरा चेकर वहा आहे उन्होने तिकीट पूजा मेरे पास तिकीट था लेकिन मेरे बच्चे का तिकीट कंडक्टर मोबाईल पे बात कर रहा था करके मैने उसके मोबाईल रखने की राह देखे उसी दौरान चेकिंग आने के बजा मेरा बेटा विदाऊट तिकीट उन्होने समजा और मेरे से नितीन प्लस सक्षम ऐसे दोसो रुपये का फाईन दियामेरे उसमे कुछ भी गलती नही आप कंडक्टर का कश्मीरी गेट का मोबाईल डाटा चेक कीजिए आपके खेल मे आ जायेगा की ओ कंडक्टर काश्मिरी गेट आने से पहिले से और पॅसेंजर चढणे के बाद भी बाते ही कर रहा था आप सीसीटीव्ही कॅमेरा से उसकी मोबाईल पे बाते करने का टाइमिंग पता कर सकते हो हाला की उसने के बाद में जरूर मान लिया लेकिन पीसी लोगो ने भाईंदिया वो एक टिकिट पे देना चाहिये था उन्होने वो दो तिकीट का दिया इधर कंडक्टर बराबर ड्युटी नही कर रहा और इधर चेकर खुदका टार्गेट कम्प्लीट करने के लिए किसको भी मन चा फाईन दे रहे है मेरी आपसे गुजारिश है इन दोनो से चौकशी करके व इनको ऐसा दुबारा न करने की सजा दीजिए और मेरे पैसे मेरे मानहानी के साथ मुझे व्याज समित लावताये मै यहा पे और 17 तारीख तक के हो अगर मुझे बुलाना चाहे तो बुलाये महाराष्ट्र का हो और मैं घुमने आया है और पुरा सफर मैने किया खाली पहिला मेरा सफर था ऐसे कंडक्टर चेक कर रहे तो पब्लिक को नाहक तकलीफ होगी कंडक्टर को ड्युटी के समय मोबाईल इस्तमाल करणे की कारवाई कीजिए और और टीसी को भी ज्यादा फाईन काटने के लिए दोषी ठराया जा Was this information helpful? |
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