Employees' State Insurance Corporation [Esic] — careless management | |||
Esi hospital मेरे father ig esi हॉस्पिटल में admit हैं काफ़ी साल के बाद esi हॉस्पिटल jhilmil shahdra delhi से वास्ता पड़ा डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ़ का स्वभाव बहुत बदला हुआ यानी अच्छा था साफ़ सफ़ाई बहुत अच्छी थी मगर काफ़ी कमियाँ ऐसी हैं जिनको देखकर हैरान होने वाली बात हे इन कमी की वजह से साफ़ पता चलता हे की भ्रष्टाचार अभी भी बहुत बाक़ी हे और ये लापरवाही इतनी बड़ी हे जो साबित करती हे की ऊपर तक चोर बैठे हैं १. सबसे पहले मैन एंटेरेंस की सड़क जो के वार्ड पार्किंग तक जाती हैउसमें बहुत ज़्यादा गड्ढे हैं जिस मरीज़ के चोट लगी होगी या हड्डी टूटी होगी उसका क्या हाल होता हे ये तो मरीज़ या उसके रिश्तेदारही जानते हैं २. एमेरजेंसी वार्ड के गार्ड बार बार (एक मरीज़ के साथ एक जन ही रुकेगा बाक़ी बाहर) इतनी ज़ोर से चिल्लाते हैं कि दिल के मरीज़ बच्चे और महिलाएँ तो बुरी तरह घबरा जातीहैं हॉस्पिटल ना हो कर जेसे कोई police स्टेशन हे । ३. टॉलेट साफ़ होते हैं मगर सिर्फ़ सुबह और कोई भी फ़्लश काम करता हुआ नहीं मिलेगा ना ही कोई पेशाब करने का पॉट में पानी चल रहा होगा और आधे से ज़्यादा तो पॉट हे ही नहीं ४. मरीज़ों के लिए एक पैंट्री बनाई हे जिसमें मात्र एक सिंक नाम की सुविधा हे मगर उस सिंक को सफ़ाई कर्मचारी भी पोंछा धोने के लिए इस्तेमाल करते हैं और कचरा उठाने की गाड़ी भी उसी पैंट्री में खड़ी करते हैं ४. बेड की चादर रोज़ाना धुल कर आती हे मगर एसी होती हे की आप में से कोई भी अपने घर में इस्तेमाल नहीं कर सकता कम्बल तो शायद ही कभी धुलते होंगे । और पिल्लो यानी तकिया नाम की तो कोई चीज़ ही नहीं होती। ५. सुबह चाय आती है जो के railway station से भी बुरी होती हे उसके बाद नाश्ता आता है पानी वाला दूध ब्रेड ५ ग्राम मक्खन जो के एक स्लाइस पर भी नहीं लग पाता फिर दो टाइम खाना उसके बारे में क्या बताऊँ क्योंकि वो तो पहले ही मरीज़ों का खाना होता हे जिसे मरीज़ भी ठीक से नहीं खा पाता । कहने वाली बात ये हे की खाना बाटने वाले का बर्ताव ऐसा होता हे जेसे अपने पैसे लगा कर उससे कोई बँटवा रहा हे । ६. अगर आपका कोई टेस्ट बाहर होना हे तो समझ लो गई कई दिन के लिए बात करते रहो इंतेज़ार और लगते रहो चक्कर । ७. अगर आपको किसी प्राईवेट अस्पताल में रेफ़र कर दिया तो पहले आप लम्बे बिल भरो और फिर लगाओ चक्कर और लाइनें पैसा वापस लेने के लिए ८. अगर आप अपना x-ray लेने जाते हैं तो आपको x-ray बिना लिफ़ाफ़े के ही पकड़ा दिया जयगा। आपको आश्चर्य तब होगा जब आपकी ख़ून की जाँच की रिपोर्ट किसी और की रिपोर्ट के पीछे प्रिंट हुई मिलेगी शायद काग़ज़ की बचत। ...ये तो ८ दिन का experiance हे अभी बहुत कुछ बाक़ी हे ।वैसे तो मिनिस्ट्री के अधिकारियों का हॉस्पिटल में दौरा लगता रहता होगा मगर फिर भी अगर कोई अधिकारी इस तरफ़ ज़रा सा ध्यान दे दें तो श्याद ये हालत सुधार जायें। Was this information helpful? | |||
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Comrade Inderjeet Gupta (CIG) Marg, New Delhi, Delhi, India - 110002
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