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30 साल पुराना नाजायज़ ढांचा, (Block no.11) जिसमें 16 आलीशान फ़्लैट्स बनने थे, अब जर्जर होकरगिरने को है: बडी ही हैरानी की बात है कि ठीक दिल्ली सरकार और केन्द्रिय सरकार के आंखों के नीचे नाजायज़ रूप से, बिना dda की इजाज़त के (?), 30 साल पहले 16 आलीशान फ़्लैटों से युक्त एक चार मंज़िला ढांचा बनाया गया था, जिसमें यहां की मैनेजमैण्ट्स के लोगों के फ़्लैट्स थे, उनके रिश्तेदारों के फ़्लैट्स थे और कुछ फ़्लैट्स दिल्ली सरकार के अधीन विभागों के अफ़सरों को दिए जाने थे.
शायद यही कारण है कि जब तक पूरी चार मन्ज़िलें नहीं बनकर तैयार हो गईं, इसके निर्माण पर किसी ने ऐतराज़ नहीं उठाया. पता नहीं कैसे dda को इसका पता चला और उसने इस नाजायज़ निर्माण पर रोक लगा दी.
Registrar of cooperative societies ltd. (Rcs) और d. C. H. F. C. ने इस निर्माण पर कोई रोक नहीं लगाई, इसके विपरीत dchfc ने तो इन फ़्लैटों के allottees को housing loan भी disburse किया था.
जब dda ने यह निर्माण को रूकवा दिया तो dchfc का housing loan डूब गया. अब यह लोन किसी न किसी से तो वसूलना ही था, परिणामस्वरूप पहले से मौजूद certified loan members’ list को दरकिनार करते हुए, 2012 में एक नई loan members’ list बनाई गई और इसमें नए सिरे से लोगों को लोन defaulters’ बनाया गया है और उनसे 40-50 लाख वसूलने के लिए उन्हें कोर्ट कचहरियों में धक्के खिलवाऐं जा रहें हैं.
“भ्रष्टाचार का यह साक्षात मज़ार” जिसे block number-11 भी कहते हैं आज हम लोगों को मुंह चिढा रहा है. यह खतरनाक और जर्जर हो चुकी इमारत कभी भी गिर सकती है (Photograph attached):-
अंधेरें में होने के कारण कोई भी गम्भीर हादसा कभी भी हो सकता है क्योंकि सोसायटी के मासूम बच्चे इसके आसपास खेलते रहतें हैं;
नए जवान हुए लडके लडकियां यहां छुप-छुपकर बातें करतें रहतें हैं;
कई और संदिग्ध गतिविधियां भी होती रहती हैं, जिसकी खबर गाहे बगाहे मिलती ही रहती है;
मरे हुए जानवरों के सडे हुए कंकाल 24 घण्टे बदबू मारतें रहतें हैं जिससे यहां आस-पडोस में रहनेवालों की ज़िन्दगियां दूभर हो गई हैं;
इस जर्जर ढांचें में मौजूद गन्दगी की वजह से हर साल गालिब में डेंगू सबसे पहले फ़ैलता है.
आपसे विनम्र निवेदन है कि आप सबसे पहले तो इस जर्जर ढांचे को ढहाने के लिए उपयुक्त विभाग को निर्देश देने की किरपा करें ताकि ऊपर-लिखित हादसों से बचा जा सके.
इसके उपरांत अगर आपको उचित लगे तो इस गंभीर अनियमितता की जांच करवा दें ताकि पता चल सके कि क्यों सारे कानूनों और नियमों को ताक पर रखकर इस तरह का नाजायज़ निर्माण किया गया और इसमें किस किस विभाग के कौन से अधिकारी व कर्मचारीलोग संलिप्त हैं.
इन गंभीर अनियमितताओं व नाजायज़ हरकतों की वजह से जनता का और सरकार का बेशकीमती पैसा बेकार हो गया. इसके अलावा जनता के निर्दोष लोगों को बिना वजह शिकार बनाकर उनसे नाजायज़ वसूली का जो षडयन्त्र रचा गया उसके कारण कितने परिवार डरे-सहमे और निराश हैं, कितने लोग तो इसी दहशत में मर भी चुकें हैं.
इस नाजायज़ निर्माण को गिराकर, इसे सरकार अपने कब्ज़े में लेकर इसको कमर्शियल रेट्स पर किसी बडे व्यवसायी को बेचदे और इसके बदले में dchfc का housing loan जो हम गालिब-वासियों के गले की हड्डी बन चुका है, उससे हमें राहत दिलाऐ, वरना यह dchfc housing loan, जो गालिब-मैनेजमैण्ट व भ्रष्ट सरकारी अफ़सरों की कमाई का ज़रिया बना हुआ है, कभी भी खत्तम नहीं होगा, जन्म जन्मान्तर तक यह बढता ही रहेगा.
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Gurmeet Singh
Advocate
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