Address: | रूम न. 03, शितला सिंह चाल, शिव मंदिर के निकट, नूरी रोड, हजूरी दर्गाह, वागले इस्टेट ठाणे (प), पिन-400604 | Website: | विषय : कुछ साल पीछे से संपत्ति कर लगाए जाने बाबात। |
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं धर्मेंद्र गुलाबशंकर उपाध्याय पेशे से पत्रकार हूं। महोदय मैं अपने पिता गुलाबशंकर रामनारायण उपाध्याय के साथ बीते करीब 35 सालों से ठाणे के वागले इस्टेट, हजुरी दर्गाह, नूरी रोड, शिवमंदिर के निकट, शितला सिंह चाल में रह रहा हूं। मैं अपने पिता के जिस झोपड़े में रहता हूं उस पर तकनीकी खामियों के चलते अभी तक संपत्ति कर नहीं लगा था। मैं शितला सिंह चाल के जिस घर में रहता हूं, उसे पिता के साथ हुए आपसी मतभेद के चलते दो खंडों में विभाजित कर दिया गया है। दो खंडों में विभाजित झोपड़ों में से एक में मैं अपने परिवार के साथ रहता हूं, जबकि दुसरे में मेरे पिता गुलाबशंकर उपाध्याय मेरे दो भाइयों के साथ रहते हैं। महोदय में बताना चाहूंगा कि चाल में स्थित अपने पिता के झोपड़े में मैं अलग होकर रह रहा हूं, वह वर्ष 1995 से पहले का बना हुआ हुआ है। मैं यह भी बताना चाहूंगा कि बीते कुछ साल पहले चाल में एसआरए योजना शुरु करने को लेकर झोपड़ों की पात्र और अपात्र की सूची जारी की गई थी, जिसमें मेरे पिता का झोपड़ा पात्र की सूची में शामिल था। हालांकि तकनीकी खामियों के चलते एसआरए योजना बीच में ही रोक दी गई। वहीं पिता से अलग होने के बाद झोपड़े में विभाजन के बाद मेरे हिस्से में जो घर आया हैं। उस पर और मेरे पिता के झोपड़े पर एक साथ संपत्ति कर लगाए जाने के लिए नौपाड़ा-कोपरी प्रभाग समिति में पिछले साल 2020 के शुरूआती महीनों में आवेदन किया था। जिसमें मैंने मांग की थी कि संबंधित झोपड़ों पर साल 2013 से संपत्ति कर लगाया जाए। हालांकि मेरे संपत्ति कर विभाग ने दोनों झोपड़ों पर एक अप्रैल 2014 से लागू किया गया है। महोदय मेरे पिता का संपत्ति क्रमांक[protected] और मेरे झोपड़े का संपत्ति क्रमांक[protected] है। पुराने रिकॉर्ड के तहत संपत्ति कर लगाने की कृपा करें, ताकि मैं किसी भी योजना के अंतर्गत बैठने के काबिल हो सकूं। मैं यहां पर बताना चाहता हूं कि संबंधित झोपड़े में बीते 35 सालों से रह रहा हूं, जिसके काफी हद तक साक्ष्य मौजूद हैं।
महोदय मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मेरे और मेरे पिता गुलाबशंकर उपाध्याय के नाम से लगे संपत्ति कर को साल 2013 अथवा उससे पहले से लगाया जाए। मुझे विश्वास है कि इस पर संपत्ति कर विभाग गंभीरता से विचार करेगा। महोदय मैं इसके साथ कुछ साक्ष्य भी जोडऩे का प्रयास करूंगा।
सधन्यवाद।
आपका आभारी
धर्मेंद्र उपाध्याय
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