Address: | Jodhpur, Rajasthan |
मै महेश चन्द्र बाहेती स्वतंत्रता सेनानी का पुत्र हू मेरे पिताजी ने भी जब तक जिन्दा रहे किसी भी देश के दुश्मन के आगे सिर नही झुकाया मै भी अन्याय को कभी नही सहन करुँगा जब तक जीँऊगा सच्चाई व न्याय के लिये प्रयास करुँगा।
कोटक बैंक महिन्द्रा बैंक द्वारा मुझे माह 31 मार्च 2009 मे कोटक स्मार्ट एडवान्टेज नाम से योजना मे निवेश करने हेतु प्रस्ताव किया तथा निवेश किये जाने से पुर्व मुझे पुर्ण विश्वास एवं भरोसा दिलाया कि इस योजना मे मेरे द्वारा निवेशित की जाने वाला धन प्रिमियम सुरक्षित है तथा कोटक महिन्द्रा बैंक अपनी सहभागी कम्पनी कोटक लाईफ़ इंस्योरेंश के द्वारा इस योजना कॊ संचालित एव निवेशित किये जाने वाले धन को व्यवस्थित करेगी कोटक महिन्द्रा बैंक तथा कोटक लाइफ़ इन्श्योरेंस कंपनी के विभिन्न पदाधिकारीयो के द्वारा यथा उपेन्द्र वशिष्ठ, अनुपम सिंघवी ,संदीप शोरानी, चिरंतन कोठारी,एवम अन्यो द्वारा मुझे पुर्ण विश्वास एवम भरोसा दिलाये जाने एवं तथा निवेशित किये जाने वाले किश्तो यथा प्रथम प्रिमियम दो लाख एवम आगामी दो वार्षिक किश्तॊ मे पचास हजार से कम निवेशित किये जाने की योजना बताई तथा कथन किया कि उक्त आगामी दोनो प्रिमियम आपके खाते से इ सी एस द्वारा निवेशित किये जायेगे बैंक अधिकारी प्रतिनिधियो तथा सहायक बीमा कंपनी के कर्मचारीयो, अधिकारीयो द्वारा पुर्ण विश्वास एवं भरोसा दिलाये जाने पर मेरे द्वारा कोटक कंपनी की उपरोक्त योजना मे धन निवेशित किया गया तथा छपे हुए खाली फ़ार्म पर मेरे हस्ताक्षर कराये गये तथा प्रथम प्रिमियम की राशि रुपये दो लाख अदा किये गये तत्पश्चात मुझे बैंक द्वारा भेजी बीमा पोलिसी प्राप्त हुई बीमा पालिसी प्राप्त होने पर उस मे दर्ज विरोधाभासी तथ्यो तथा प्रिमियम के भुगतान की किश्तॊ मे गलत तथा मुझे प्रस्तावित तथ्यो से विपरित शर्तो के लिखे होने की सुचना एव प्रतिकार कोटक अधिकारियो तथा योजना प्रस्ताव करने वाले बैंक अधिकारियो यथा उप्रेन्द्र वशिष्ठ, अनुपम सिघंवी,संदिप शोरानी, चिरन्तन कोठारी को किये जाने पर उक्त सभी ने यही आश्वासन एव विश्वास दिलाया तथा बताया गया कि उक्त प्रस्ताव योजना वेसी ही है जैसी उनके द्वारा मुझे निवेशित किये जाने से पुर्व बताई तथा प्रस्तावित की थी पालिसी दस्तावेज मे सशोधन शीघ्र ही करवाने का मुझे भरोसा विश्वास दिलाया मगर अफ़सोस अभी तक मुझे सशॊधित यथा मुझे प्रस्तावित किये अनुसार दस्तावेज प्राप्त नही हुआ है। इस षडयंत्र मे मेरे द्वारा दिया चेक, विभिन्न पत्र तक बैंक अधिकारीयो द्वारा मुकरा जा रहा है। मेरे द्वारा जो भुगतान आदेश दिया गया था उक्त भुगतान आदेश ”कोटक लाइफ़ इंश्योरेस” स्थान ”जोधपुर” के नाम से दिया गया था मगर भुगतान किस प्रकार से किसी अन्य नाम से संचालित होने वाली कम्पनी के खाते मे किया गया कई बार इसकी बैंक से जानकारी मागने पर आज तक अपने अपराध को छुपाने के उदेश्य से बताया तक नही गया है।
यदि मेरे नाम का कोई चेक हो तथा अगर उसमे एक अक्षर का भी फ़र्क हो तो बैंक मुझे कहती है की आप चेक का भुगतान नही ले सकते तो उक्त भुगतान आदेश ”कोटक लाइफ़ इंश्योरेस” स्थान ”जोधपुर” अन्यत्र करना षडयंत्र पुर्वक किया गया अपराध है।
कोटक द्वारा जारी पत्र प्रस्ताव की प्रतिया पुरे कोटक समुह के सभी अधिकारीयो यथा के वी एस मेनन उदय कोटक सुरेश अग्रवाल सतीश राजा राम,सरिका प्रसाद, एन वेंकेटेश गीरी,विराट दिवान जी, बिना चन्दरन,महेश बाला, चिन्तन बैध्य, शंकर आर्चाय ,ठाकुर भास्कर सहित प्रत्येक निर्देशक सदस्य को भेजी जा चुकी है कई बार विभिन्न अधिकारीयो के साथ मामला सुलटाने के नाम पर वार्ता रुबरु , फ़ोन पर भी की गई मगर अभी तक का अनुभव यही रहा है की कोटक का मकसद तथा जैसा अनुपम भार्गव ने बेहद गर्वोक्ति तथा माननीय न्यायालयो के बारे मे भद्दी टिप्पणी करते हुए कहा की कोई हमारा कुछ नही बिगाड सकता है कोटक की पालिसी यही है की एक बार हम कर्मचारीयो के जरिये किसी भी प्रकार से येन केन प्रकेरेण तरिके से बैच देते है फ़िर कोई हमारा कुछ नही बिगाड सकता है एसा नही है की कोटक के निर्देशक मण्डल कॊ पता नही है सभी को पुरे प्रकरण का पता है सभी को मेरे द्वारा पुर्ण सबुत यथा विडियो रिकार्ड एवम फ़ोन रिकार्ड तक भेजे जा चुके है मगर लगता है की अनुपम भार्गव का कहना सही है पुरा निर्देशक मण्डल इस प्रकार से आम जनता के साथ ठगी मे संरचित रुप से परोक्ष रुप से सम्मिलित रहता है यही नही लिखित मे सुचित्रा एन पुजारी द्वारा स्विकार भी किया गया है की कोटक के अधिकारियो द्वारा गलत रुप से गलत तथ्यो के मिथ्या एवम सब्ज बागी वर्णन पुर्वक मुझ सहित अन्य लोगो को पालिसी दी गई है वेलकम काल के दोरान ही कोटक कॊ इस समुची ठगी की जानकारी हो गई थी मगर जैसा की अनुपम भार्गव की गर्वोक्ति सही है मुझ जैसे मजदुरी करने वाले के साथ ठगी कारित की गई।
अनुपम भार्गव ने स्वय मुझे जो प्रिमियम मे कटोती का जो पत्र तत्समय शाखा प्रबधक उपेन्द्र वशिष्ठ द्वारा जारी किया गया था को फ़ाडने के उदेश्य से षडयंत्र पुर्वक देखकर वेरी फ़ाई करने का बोलकर अन्य निवेशक सुरेश डागा के घर पर आकर वेरी फ़ाई भी किया गया। उसका फ़ाडने का उदेश्य सफ़ल नही हो सका क्यो की मै विडियो रिकार्डिग कर रहा था।
सतीश राजा राम के साथ हुई मिटिंग मे भी सतीश राजा राम एवम अन्य अधिकारीयो ने माना की था की हमारे साथ ठगी के उदेश्य से ही कपटपुर्वक झुठ बोलकर यह पालिसी दी गई।
मुझ तक जो भी सबुत रहे है उन सभी का सार यही रहा है की कोटक समुह के रुप मे स्वय को दर्शित करते हुए धोखा घडी कारित की गई है।
31मार्च 2009 से पालिसी मेरे पास आने तथा वेलकम काल पर सच्चाई के प्रति सन्देह होने पर मेरे द्वारा लगातार उपेन्द्र वशिष्ठ अनुपम सिंघवी, चिरंतन, अनुपम भार्गब, राहुल जैन, मुकेश चोधरी, सन्दीप सोरानी,
एवम अन्य उच्चाधिकारियो निर्देशक मण्डल पदाधिकारियो से लगातार सम्पर्क किया तथा बारम्बार मुझे न्याय की गुहार की जाती रही है मगर सत्य यही लग रहा है की अनुपम भार्गव की गर्वोक्ति को पुरे कोटक समुह का पुर्ण समर्थन है सायोगिकता है। उक्त मींटिगो की भी विडियो रिकार्डिंग भी कोटक को दी जा चुकी है।
वेलकम काल के दोरान ही मेरे द्वारा समुची सचाई को बता दिया गया था तथा अनुपम सिंघवी से भी बात करवा दी गई थी तथा मेरे द्वारा बारम्बार वेलकम काल की रिकार्डिंग की मांग किये जाने के बावजुद पारर्दिशता कॊ दरकिनार करते हुए सबुतो को छिपाकर कोटक समुह अपनी धोखा घडी को येन केन प्रकेरेण दबाने की कोशिश कर रहा है। बारम्बार माँग किये जाने के बावजुद अपने अपराध को छुपाने के उदेश्य से अभी तक मुझे नही दी गई है। यही नही अपने अपराध कॊ छुपाने के लिये कुट रचित दस्तावेज भी तैयार किये है।
यद्दपि मै मजदुरी कर जीवन यापन करता हु तथा मेरी सालाना आमदनी यदि मुझे पुरे साल अधिकतम दिनो मे काम मिले तो लगभग सवा लाख, डेढ लाख तक मिलती है जिसके आयकर के रिर्टन की प्रति भी खाली फ़ार्म पर हस्ताक्षर कराते समय मुझ से उक्त बैंक अधिकारीयो द्वारा लिये गये। यह भी समझ से परे है की जब मेरी सालाना आमदनी यदि मुझे पुरे साल अधिकतम दिनो तक काम मिले तो लगभग सवा लाख, डेढ लाख तक मिलती है प्रतिवर्ष दो लाख प्रिमियम की पालिसी कोई अन्य बीमा कंपनी नही दे सकता है तो कोटक महिन्द्रा ने कैसे जारी कर दी। पुरे वर्ष मजदुरी नोकरी करने पर जो मजदुरी मिलती है उसी मे मुझे खाना, कपडे का ख्रर्च निकालने के बाद जो बचेगा वही तो मै बचत के रुप मे कही जमा करवा पाऊँगा या कही से उधार लाकर जमा कराउँगा। और कोन मुझे उधार देगा की मुझे कोटक को दो लाख देने है जिसकी वापसी संदेहास्पद है। यही नही राजस्थान राज्य सरकार कॊ नुकसानकारित करने तथा स्टाम्प ड्युटी की चोरी करते हुए जोधपुर के निवासी ,जोधपुर मे धन प्राप्त करने के बावजुद, तथा जोधपुर मे ही सम्पुर्ण कागजी कार्यवाही करने के बावजुद राजस्थान राज्य सरकार कॊ स्टाम्प ड्युटी तक नही अदा की है।
जिसका कारण अनुपम भार्गव ने बताया की यदि किसी को क्लेम करना पडे तो मुम्बई मे हमारी कम्पनी आराम से "रगड" सकती है।
इस बारे मे पडताल करने पर पता चला की बैंक के अधिकारीयो ने गलत रुप से मुझे मार्च 2009 मै जिसके यहा पर मजदुरी-नोकरी करता था तथा उस फ़र्म का खाता भी कोटक बैंक मे है उक्त फ़र्म एस एस इण्डस्ट्रीज का मुझे भागीदार बता कर यह पालिसी जारी की गई है यानि बस चलता तो मुझे कही का राजाधिराज महाराजा बता कर बस पालिसी देनी थी। यही नही अपने अपराध कॊ छुपाने के लिये कुट रचित दस्तावेज भी तैयार कर मुझे व्यापार मे घाटा होना तक बता दिया।
अनुपम सिंघवी द्वारा अपनी टीम यानि उच्चाधिकारीयो लिखे पत्र मे भी उक्त सच्चाई कॊ स्पष्ठ रुपसे स्विकारा है।
सरथ राज शेटटी द्वारा भी तमाम तत्थो की पुष्ठी की गई है। शुक्र है की वेलकम काल से मुझे सन्देह हो गया तथा मेने ऑडियो विडियो रिकार्ड तथा लिखित मे प्रत्येक आपत्ति करने का सुझाव मान लिया अन्यथा मै अपनी सच्चाई का क्या करता।
मगर मै एक स्वतंत्रता सेनानी का पुत्र हू मेरे पिताजी ने भी जब तक जिन्दा रहे किसी भी देश के दुश्मन के आगे सिर नही झुकाया मै भी अन्याय को कभी नही सहन करुँगा जब तक जीँऊगा सच्चाई व न्याय के लिये प्रयास करुँगा।
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