उपरोक्त विषय में आपको अवगत करना है की हमारी कंपनी ने दिसम्बर 2018 में रोहित ऑटो व्हीट्स प्राइवेट लिमिटेड से गाड़ी खरीदी थी ! हमने रोहित ऑटो व्हीट्स प्राइवेट लिमिटेड के सेल्स पर्सन हरिंदर से 12 +D फाॅर्स टेम्पो ट्रैवलर की डिमांड की थी और उन्होंने मुझे टैम्पो ट्रैवलर दिया और उसकी सिटींग कैपेसिटी के बारे में नहीं बताया जब गाड़ी रजिस्ट्रेशन होने के बाद मेरे पास गाड़ी की RC अप्रैल 2019 में आई तब मुझे पता चला की गाड़ी 17 + D सीटर है फिर मैंने रोहित ऑटो व्हील्स को इस बारे में सूचित किया की मैंने आपसे 12 + D सीटर गाड़ी मांगी थी और अपने मुझे 17 + D सीटर क्यों दी है | जिसके बाद उन्होंने हमे यह आश्वासन दिया की गाड़ी रजिस्ट्रेशन टाइम पर क्लेरिकल मिस्टेक हुई है हम इसे ठीक करा देंगे | यह सब अप्रैल 2019 से अगस्त 2019 तक चला इसी बीच जब हमने तहकीकात की तो यह पता चला की रोहित ऑटो व्हीट्स प्राइवेट लिमिटेड ने यह कार्य और गाड़ियों में भी किया है | अगस्त 2019 में जब हमने कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड से पूछताछ की तब हमे यह जानकारी मिली की बैंक और शोरूम की मिलीभगत से धोखाधड़ी की गयी है | क्यूँकि शोरूम द्वारा ही बैंक को हमसे मिलवाया गया था | हमे सस्ती गाड़ी दी गई और लोन डिस्बर्से करने के लिए महंगी गाड़ी का डुप्लीकेट बिल लगाया गया है | हमने गाड़ी रोहित ऑटो व्हील्स प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली से गाड़ी ली है जबकि हमे बिल रोहित ऑटो व्हील्स प्राइवेट लिमिटेड फरीदाबाद का दिया गया | जब हमने बैंक को इस बारे में सूचित किया तब उन्होंने हमे यह बोले की बैंक के सेल्स पर्सन और डीलर से बात करें | उसके बाद हमने बैंक को सूचित किया की हम आपका ECS मेंडेट हटा देंगे | तब भी बैंक द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी है | जब बैंक द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई तब हमने अगस्त 2019 में बैंक का ECS मेंडेट स्टॉप कर दिया और आगे की किस्ते NEFT द्वारा दी |
रोहित ऑटोव्हीट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा हमने गाड़ी का बिल Rs.13, 78, 217/- का दिया है जो की ओरिजिनल बिल है और शोरूम ने बैंक से लोन अमाउंट डिस्बर्स करने के लिए Rs.15, 73, 217/- का डुप्लीकेट बिल बैंक में जमा किया है | रोहित ऑटो व्हीट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एक गाड़ी के 3 बिल बनाये गए जिसमे से 2 बिल ओरिजनल थे और 1 बिल नकली था जो की बैंक में रोहित ऑटो व्हील्स द्वारा लोन की राशि प्राप्त करने के लिए जमा किया गया ! इस कार्य में रोहित ऑटो व्हील्स और कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड सम्मलित हैं हमे Rs.13, 78, 217/- की गाड़ी दी गई और उसके ऊपर Rs.14, 00, 000/- का लोन किया गया | जिसमे हमने डाउन पेमेंट भी जमा की थी | हमने कुछ डाउन पेमेंट कैश और कुछ अकाउंट ट्रांसफर की थी | डाउन पेमेंट देने के बावजूद बैंक ने गाड़ी पर गाड़ी की कीमत से ज्यादा लोन किया और हमे बताये बिना शोरूम को अमाउंट डिस्बर्स भी कर दिया | यह सब कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड और रोहित ऑटोव्हील्स प्राइवेट लिमिटेड की मिली भगत से किया गया जिसकी हमे सूचना अगस्त मैं हुई | हमने तभी बैंक का ECS Mandate स्टॉप करवाया और बैंक को इस धोखा धड़ी के बारे में सूचित किया | बैंक द्वारा इस शिकायत पर कोई भी करवाई नहीं की गयी तब हमने बैंक से बिल, इन्शुरन्स और गेटपास जैसे कागज मांगे जो लोन डिस्बर्स करते हुए बैंक को चाहिए होते हैं | बैंक द्वारा मुझे वह कागज भी नहीं दिए गए और हमेशा पैसो की डिमांड करते रहते थे |
हमने गाड़ी की क़िस्त मार्च 2020 तक दी उसके बाद कोरोना महामारी के कारण सरकार द्वारा लॉक डाउन लगा गया | जिसकी वजह से बैंक द्वारा मॉनेटोरियम अप्रैल 2020 से अगस्त 2020 तक दिया गया |जैसे की हमारा टेम्पो ट्रैवलर टूरिस्ट में चलता है और कोरोना की वजह से बहार से आने वाले यात्रियों का आवागमन बंद हो गया था जिस कारण हमारा बिज़नेस अप्रैल 2020 से मार्च 2022 तक नहीं चला | जब हमने बैंक के एग्जीक्यूटिव रोहित को सूचित किया की आपका जितना भी बकाया है उसका डिटेल हमे बताये तब इन्होने हमे कोई भी आश्वासन नहीं दिया | क्यूंकि दो साल से खड़ी गाड़ी ख़राब हो गयी थी और जब हम गाड़ी ठीक करने के लिए गए तो इन्होने गाड़ी रास्ते में रोक दी और पैसो की डिमांड करी तब हमने बैंक में 29 अप्रैल 2022 को 2 लाख रुपए जमा किये और रोहित कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड का एग्जीक्यूटिव ने 50000 गाड़ी छोड़ने की एवज में मांगे जिसमे इनके सीनियर अधिकारी भी शामिल थे | इसके बाद इन्होने हमे अगले 10 दिन तक गाड़ी चलने की अनुमति पत्र दिया और यह भी कहा की आपको 10 तारीख से पहले Rs.50, 000/- जमा करने हैं और आपको प्रत्येक महीने 50, 000 देने होंगे तब आपको गाड़ी चलने का अनुमति पत्र मिलेगा इसकी बदले में रोहित, शोभित, नितीश, गुंजन, पुनीत और उनके सीनियर अधिकारी ने हमसे 50, 000 की घूस ली है | हमने Rs.50, 000/- 10 तरीक से पहले जमा किये को इन लोगो से अनुमति पत्र प्राप्त किया | जब हमने जून माह में रोहित कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव को Rs.50, 000/- लेने की बात कही तो इन्होने मुझसे 1 लाख रूपये की मांग करी | तब हमने बैंक के लेटर हेड पर इनसे लिखित में माँगा की आप कितने पैसो की डिमांड कर रहे हो | तब मैंने 08 जून को 2022 को बैंक में 1 लाख जमा किये जिसके बाद बैंक द्वारा 1 माह 10 दिन का अनुमति पत्र मिला | यह लोग हमे बार बार धमकी देते हैं की आपकी गाड़ी उठा लेंगे और घूस मांगते हैं | अब बैंक के अधिकारी और एक्सेक्यूटिवेस ने हमे परेशान करना चालू कर दिया है | ये लोग मिलकर हमे मेंटली डिस्टर्ब करते हैं | इन लोगो का जब मन करता है रास्ते मैं गाड़ी रुकवा लेते हैं और पैसे मांगते हैं गाड़ी में बैठे हुए यात्रियों को भी परेशान करते हैं | Was this information helpful? |
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