Address: | Barabanki, Uttar Pradesh, 212650 | Website: | www.sbi.co.in |
ब्रांच : अमिलिहापाल, फतेहपुर
ब्रान्च नंबर : ०९५४२
पता : छिउलहा फतेहपुर
अमिलिहापाल के आसपास स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के सिवा और कोई अच्छी सुविधा वाली बैंक नहीं है जिसकी वजह से इस ब्रांच में हद से ज्यादा भीड़ रहती है. इस ब्रांच में अधिकतर गाँव के लोग, किसान, स्टूडेंट्स, व्यापारी या सरकारी कर्मचारी का अकाउंट होता है जिसमे ज्यादातर गाँव के बूढ़े लोग और किसान आते है पेंशन या खाते से पैसे निकालने. ज्यादातर लोगो को बैंकिंग के बारे में ज्यादा जानकारी ना होने की वजह से इस ब्रांच के स्टाफ और सिक्यूरिटी गार्ड लोगो को बेवक़ूफ़ बनाकर पैसे ले लेते है काम करने के एवेज में. जैसे पैसे निकालने के लिए फॉर्म भरने के लिए पैसे, फॉर्म देने के लिए पैसे, एटीएम से पैसे निकालने के लिए पैसे, काम जल्दी करवाने के लिए पैसे, एक तरह से देखा जाए तो लगभग हर काम के लिए पैसे मांगने की आदत हो गयी है. समस्या यहाँ आती है जब कोई बैंकिंग जानने वाला शख्स जाता है तो उसे कहते है लाइन से आईये, फॉर्म लाइन से लीजिये, फॉर्म गलत भरा है, साइन नही मिल रहे है, स्टाफ से फॉर्म भरवाओ, तरह तरह की बाते करते है कोई अगर ऊँची आवाज़ में बात कर ले तो उसको गाली या बेज्जत कर बाहर कर देते है मानो जैसे लग रहा है बैंक इन्ही का है. वहा जाने वाला हर शख्स नौकर है इनका. अगर कोई किसान कहे हमें एटीएम कार्ड चाहिए तो उसको ये कह के मना कर देते है पहले जाओ इंग्लिश सीख के आओ फॉर्म भरना आता नही है चले है एटीएम चलाने. अगर आप को कोई काम है इस ब्रांच में तो आप पूरा दिन का समय लेके आईये क्योंकि एक दिन में आप का काम नही होगा यहाँ. अगर आप प्रेमभाव चाहते है तो पहले सिक्यूरिटी गार्ड को सलाम ठोकिये अगर हो सके तो पैरो में गिर के कहिये साब हमार काम करवा दो. मुझे ही ले लीजिये एटीएम कार्ड चाहिए था २ हफ्ते लगे फॉर्म भरके देने में. ये मेरा २ हफ्ते का देखा और महसूस किया हुआ एक्स्पेरिंस है. कुछ स्टाफ तो ऐसे लगते है जैसे एसबीआई के मालिक यही है बस आप एक गुटखा खिला दो बस आपका काम हो जायेगा. अगर मेरी बातो विश्वास नही आप खुद एक दिन बस ऐसे ही चले जाईये और खड़े होके तमाशा देखिये लाइव.
मेरा सुझाव है की अगर हो सके तो आप स्टाफ को बात करने का सलीका सिखा दीजिये क्योंकि एक गरीब बड़ी मुस्किल से बैंक आता है और यहाँ भी गाली सुनता है घर में तो सुनता ही है. स्टाफ अगर काम न करे ठीक है लेकिन तहजीब से बात तो करले कस्टमर से.
धन्यवाद Was this information helpful? |
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