मुख्य प्रबंधक,
इडसस्लैंड बैंक,
जोधपुर
मैंने अपने नाम
(पुखराज मेवाडा s/o पूनमचंद ) से आप
की पाली (राजस्थान) शाखा से एक वाहन- लोन लिया जिसका नंबर ( 408 C) है | उपरोक्त लोन मेने वाहन खरिदने के लिये
लिया था | जो पूरा हो चूका है इस लोन में मेरा पूरा रिकॉर्ड बहुत सही रहा है | और
मेरी और से कोई भी त्रुटी नहीं हुई है |
लेकिन आप के पाली
ब्रांच के प्रतिनिधियों द्वारा मुजे कई बार गलत जानकारी देने जेसे कई बार मेरी
क़िस्त हर बार निर्धारित दिनांक से पहले जमा हो जाने पर भी मुजे फ़ोन करके क़िस्त जमा
करवाने को कहा गया, कई बार मेरी क़िस्त की राशि को आधिक बताया गया इतना ही नही मेरा
ट्रैक रिकॉर्ड इस बैंक मैं इतना अच्छा होने के बाद भी मुझे नोटिस भी भेजा गया |
और अब जब मेरा लोन
पूरा हो चूका हे और किसी भी प्रकार की कोई राशि बकाया नहीं है, फिर भी मेरा लोन का NO DUES देने से मना कर दिया गया है |
मैं सिनियर सिटीजन
हूँ और में ज्यादा चल फिर नहीं सकता अत: जब
मेरे पुत्र रघुनन्दन मेवाडा द्वारा आपकी
पाली शाखा में मेनेजर (भूपेन्द्र ) से इसके बारे मैं पूछा, तो बताया की आपने एक
गारंटी दी है जिसके कारण आपको NO DUES नहीं दी जा सकती है |
अब मैं अपने वाहन को बेचना चाहता हूँ,
जिसके लिये मुझे NO DUES की आवश्यकता है |
आपके पाली ब्रांच मेनेजर (भूपेन्द्र) और अन्य
प्रतिनिधियो ने मेरे पुत्र रघुनन्दन के साथ काफी बत्तमीजी की और जब बिना किसी कारण NO DUES नहीं देनी पर लीगल कारवाही की बात कही तो उनका कहना है की आपको जो भी करना है
कर लो जितने भी नोटिस भेजने है भेजो, बैंक को और मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है
| मैं गारंटर हूँ लेकिन आपको मेरी NO DUES रोकने का कोई अधिकार नहीं है | मेरी आपकी बैंक
मैं कोई DUES बकाया नहीं है | आपके प्रतिनिधियों ने मुझे काफी अपमानित किया है, और काफी
मानसिक प्रताड़ित भी किया है | आपकी बैंक और आपके प्रतिनिधियों को मेरे कानूनी
अधिकारों का कोई डर नहीं है| आपको किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार परेशान करने का
कोई हक नहीं हैं |
आप की बैंक से लोन लेना भीख लेना है, जब रघुनन्दन ने आपके ब्रांच मेनेजर से कहा की जिसकी गारंटी
मेरे पिताजी ने दी है वे हम से पहले से
आपके ग्राहक है, और आपसे कई गाड़िया
फाइनेंस करवा चुके है तो हमारे लोन का NO DUES क्यों रोका जा रहा है, तो आपके
मेनेजर साहब ने अपने शब्दों में कहा की “आप आये थे हमारे पास लोन के लिये भीख लेने, हम आप के आपस नहीं आये थे”
एक गारंटर होने के
कारण आप मुझे नोटिस दे सकते है और लोनर से बकाया जमा करवाने हेतु आग्रह कर सकते है, लेकिन आपको मेरे लोन मुक्त वाहन का NO DUES रोकने का कोई अधिकार नहीं है |
आप की बैंक का कार्य
सिर्फ लोन देने तक का ही रह गया है, फिर ग्राहक के साथ आपका कोई महत्व नहीं रहता
इस लिये आप अपनी मनमर्जी से ग्राहक को परेसान करते रहते है, ग्राहक से आप आपके
डॉक्यूमेंट में कई जगह हस्ताक्षर करवाते है जो इंग्लिश में होने के कारण समान्य
व्यक्ति इसे समझ नहीं पाता और आपके विश्वास स्वरूप हस्ताक्षर कर देता है | इसी का
फायदा आप उठाते है, और फिर ग्राहक को कई तरीको से परेशान करते है | ग्राहक से
हस्ताक्षर से पहले कई बाते छुपाई जाती है जिससे आप उसका फायदा उठा सके और ग्राहक
को फंसा सके |
मैं एक प्रतिस्ठावान
व्यक्ति हूँ | और आपके कर्मचारियों के द्वरा मुझे काफी मानसिक परेसानी और मानहानि हुई
है |
अत: मुझे मेरी NO DUES दी जाये
अन्यथा आप के प्रतिनिधियों की हटक्र्मिता और मेरे साथ गलत आचरण करने व् मानहानि
करने के लिये में आप की शाखा पर लीगल
कारवाही करना चाह रहा हूँ |
मेरे लोन हेतु कई
सारे डॉक्यूमेंट जेसे ..मेरा परिचय पत्र, मेरा पैन कार्ड, मेरे बैंक चेक, मेरे
फ़ोटो आदि आप की पाली शाखा में दिए गये
थे | मुजे ये अंदेशा है, की आपके
प्रतिनिधि उनकी शिकायत करने से नाराज हो
कर मेरे इन डॉक्यूमेंट का गलत फायदा मेरे खिलाफ ले सकते है अत: मुजे ये सब सुपुर्द
कर दिए जाये |
लेकिन मैं आप की
बैंक का बहुत पुराना ग्राहक रहा हूँ अत:
आप को किसी भी कारवाही से पहले सूचित करना आवश्यक समझता हूँ | मुजे सिघ्रः मेरे
वाहन का NO DUES प्रदान करे | अन्यथा मुजे
आपकी बैंक पर कानूनी कार्यवाही करनी होगी |
इस नोटिस का जवाब
पन्द्रह दिन के भीतर दे इसके बाद में क़ानूनी कार्यवाही हेतु स्वत्रंत हूँ |
पुखराज मेवाडा
54, गजानंद मार्ग, पाली (राज.) [protected]
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