मान्यवर महोदय जी,
मैं प्रदीप, फरीदाबाद से, मेने सन 2004 में जीवन श्री पालिसी ली थी, no.[protected] जिसका साल का प्रीमियम रुपए 25745 था, जो मेने साल 2010 तक भरा, यानी कि लगभग 1, 50, 000/- ।। मेने इसी साल इस पालिसी पर लोन लिया रुपया 66750/- जिस का मेने january-2018 तक का कोई भी ब्याज और मूल नहीं भरा, और इस पालिसी को 14 साल बाद यानी january 2018 में सरेंडर का आवेदन किया, और मुझे मिला केवल रुपये 6404/- सब कुछ काट-पिट कर...
मैं lic से जानता चाहता हूँ कि मेरे पैसे 1, 50, 000/- जो कि मैं प्रीमियम भर चुका था, उसी पैसे में से मुझे लोन दिया गया, और मुझ से आजतक का ब्याज लिया गया और सारे पैसे एडजस्ट कर लिए ।। पर लोन देने के बाद जो मेरे दिये हुए या बचे हुए मेरे वाकी के पैसे पर कोई भी बोनस या ब्याज क्यों नहीं दिया, आपने तो मेरे से ब्याज एडजस्ट कर लिया जो पैसे मुझे लोन पर दिये थे, मेने 14 साल पालिसी का रखा 6 साल तक उस में अपना पैसे ही ड़ाला, उसी पर लोन लिया, उसी में से आप ने ब्याज एडजस्ट कर दिया, मूझे lic ने इन 14 सालों में मुझे क्या दिया, केवल 6404/- रुपए ।। वो भी मेरे ही बचे हुए पैसे में से...
आप मुझे क्लियर कर दे, की आप की क्या पालिसी हैं, आपके एजेंट पालिसी बेचते समय तो इंसान को क्या-२ झूठे सपने दिखाते हैं, और हक्कीत में लूट के इलावा कुछ नहीं, केवल कस्टमर को बेवकूफ बनना ना और पैसे एटना ...जैसे कि मेरे साथ हुआ और किया ।।
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